वस्तुओं के प्रति आकर्षण का - अतृप्त इच्छाओं का नाम तृष्णा है, तो व्यक्तियों के प्रति आकर्षण और मानसिक बंधन का नाम मोह है |
तृष्णा के कारण
व्यक्ति जिस प्रकार अपनी इच्छित वस्तुओं से अपने मन को बांध लेता है, उसी
प्रकार मोह के कारण मन को अपने स्वजन सम्बन्धियों में बांध लेता है |
-पं. श्रीराम शर्मा आचार्य
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